लहसुन के घरेलू उपाय

Benefits of garlic.

दोस्तों आज में अपने इस आर्टिकल में आपको लहसुन के घरेलू उपाय और फ़ायदे बताने जा रही हूँ। लहसुन एक ऐसी सामग्री है जो की सब्जियों का स्वाद बड़ा देती है और सेहत के लिए भी फायदेमंद होती है। लहसुन में ऐसे गुणकरी तत्व होते है।  जो की हमे बीमारियों से दूर रखने में सहायक होते है। लहसुन को आयुर्वेद में औषधि की तरह माना जाता है लहसुन डाइजेशन के लिए भी अच्छा होता है। लहसुन में एलीकीन नामक तत्व होता है जो की जीवाणुरोधी, एंटीवायरल, एंटीफंगल होता है।

(1) कोलेस्ट्रॉल  

लहसुन का प्रयोग करने से कोलेस्ट्रॉल कम हो जाता है अतः यह ह्रदय रोग के आक्रमण को रोकने में बहुत सक्षम है। लहसुन की 4-5 कलियां सेवन करते रहने से धमनियों में जमा हुआ कोलेस्ट्रोल निकल जाता है, सिकुड़ी व सख्त हो रही धमनियां ठीक व लचीली हो जाती है और रक्तचाप सामान्य गति पर आ जाता है। ह्रदय रोग के रोगी को तो नियमित रूप से इसकी कलियों का प्रयोग करते ही रहना चाहिए।

(2) गठिया 

एक लहसुन की कलियां छीलकर 50 ग्राम तेल में डालकर उबालें। लहसुन की कलियां जल जाएं तब उतार लें। इस तेल से रोजाना गठिया ग्रस्त अंगो पर मालिश करनी चाहिए। लहसुन की 4-5 कली रोज चबाकर खाना चाहिए। ये बहुत लाभकारी उपाय है।

(3) हूपिंग कफ 

इसे काली खांसी कहते है। 1 बादाम शाम को पानी में डाल दें। सुबह इसे छीलकर मिश्री और एक लहसुन मिलाकर पत्थर पर पीसकर बच्चे को चटा दें। लहसुन की कलियों की माला बनाकर गले में डाल दें और लहसुन के पके तेल से गले व छाती पर मालिश करें। 2-3 दिन में आराम हो जाएगा। ये नुस्ख़ा भी बहुत लाभकारी है। 

(4)जी मचलाना 

जी मचलाने, उल्टी होने या उल्टी जैसा जी होने पर 2 कली चबाकर खाने से आराम हो जाता है और जी मचलाना या उल्टी होना बन्द हो जाता है। यह नुस्खा बहुत लाभकारी है।

(5) पायरिया 

मसूड़ों की सूजन, पकना, पिलपिला होना, दर्द करना, बदबू करना आदि लक्षण पायरिया होने के है। इससे छुटकारा पाने के लिए शहद में लहसुन का रस मिलाकर चाटे। 50 ग्राम सरसों के तेल में लहसुन की कलियां पीसकर डालें और गर्म करें। लहसुन जल कर कला हो जाए तब उतार कर छान लें। इस तेल में 15 ग्राम सेंधानमक पीसकर डालें और 30 ग्राम अजवायन तवे पर जलाकर पीसें व इस तेल में डाल दें। इस तेल को मसूड़ों पर लगाकर 20-25 मिनट तक लगाएं रखना चाहिए। यह मुख की दुर्गन्ध का नाश कर सब विकारों को दूर करता है। 2-3 महीने नियमित प्रयोग करने से पायरिया रोग ठीक हो जाता है। 

(6) कान बहना 

कण बहना, दुखना और पकना ठीक करने के लिए तिल के तेल में 2-4 कली और आधा चम्मच सिन्दूर डालकर आग पर पकाएं। कली जल जाये तब उतार कर छान लें व ठंडा करके शीशी में भरकर रख लें। इसकी 2-2 बून्द कान में रात को सोने से पहले डालने से कान के सब विकार नष्ट होते है। कण के दर्द के लिए ये एक अच्छा घरेलू नुस्खा है। 

लहसुन के विविध लाभ

लहसुन का नियमित प्रयोग करने से थकान, कमजोरी, वात रोग, ह्रदय रोग, खांसी,शवास, कृमि, फोड़े फुन्सी, चर्म रोग, बाल पकना व झड़ना, मासिक धर्म के विकार आदि अनेक व्याधियां नष्ट हो जाती है। लहसुन खाने के बाद सूखा धनिया चबाने से इसकी गन्ध नहीं आती।

आपने इस आर्टिकल को देखा इसके लिए आपका धन्यवाद करते है | इसमें दिए गए
नुस्खो को प्रयोग कर परिणाम नीचे कमेंट में सूचित करने की कृपा करें | 😊😊

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