जीवन में लापरवाही न करे / Do not be Careless in Life
Hello दोस्तों आज में आपके साथ एक बेहतरीन टॉपिक लापरवाही पर अपने विचार व्यक्त करुँगी।लापरवाही भी हमारे जीवन का हिस्सा होती है।
हम कभी न कभी किसी भी तरह किसी काम में या अपने स्वास्थ्य को लेकर लापरवाही करते है।मैने भी अपने जीवन में बहुत सी लापरवाहियां की है।
इस लापरवाही से मेने जीवन में बहुत कुछ सीखा है।लेकिन हम कभी कभी जानते हुए भी कई प्रकार से लापरवाही कर जाते है जो की नहीं करनी चाहिए और अगर लापरवाही हो जाये तो उससे हुए नुकसान से हमे कुछ सीखना चाहिए।
क्योकि जीवन में अच्छा और बुरा समय अचानक से ही सामने नहीं आता है।अचानक से किसी रूप में कुछ हो जाना बुराई की बात है।लेकिन ज्यादातर अच्छे या बुरे परिणाम धीरे-धीरे सामने आते है।
ये अलग बात है की हम अपनी मूर्खता, लापरवाही और अपनी आदतों से लाचार होने के कारण इस और ध्यान नहीं देते।
जिस प्रकार कोई व्यवसायिक फर्म अचानक से ही दिवालिया नहीं हो जाती और कोई भी विपत्ति अकारण से या अचानक से हम पर नहीं टूट पड़ती उसी तरह हमारे शरीर में होने वाले रोग अचानक ही भयानक रूप नहीं धारण करते।
यदि आपकी कोशिश किसी बगीचे की तरफ बढ़ने की है तो हवा में फैली खुशबु आपको बता देती है की बगीचा कही आस पास ही है।
अभी आप बगीचे के पास पहुंचते भी नहीं हो की आपको बगीचे की खबर पहले से ही मिल जाती है।
इसी प्रकार आप किसी दुर्गन्धयुक्त स्थान की तरफ जा रहे होते है तो उस स्थान पर पहुंचने से पहले हवाएं खबर दे देती है की वह स्थान पास आ रहा है।
इसी प्रकार जब हमारे शरीर में कोई रोग होने वाला होता है।तो पहले विकार प्रकट होने लगते है फिर लक्षण प्रकट होने लगते है।जिसे हम अपनी मूर्खता के कारण समझ नहीं पाते और लापरवाही करके बीमारियों के जाल में फस जाते है।
इसलिए हमे अपने स्वास्थ्य हो या कोई व्यवसाय या किसी भी तरह का कोई कार्य सोच विचार करके ही करना चाहिए।